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Tuesday 7 September 2010

Wo walwale nahi rahi guftaari kee..

हुई थी क़रार जिनसे ताउम्र यारी की
पेशानी पे उनके शिकन है बेज़ारी की
[क़रार = pact; ताउम्र = for life, पेशानी = forehead, बेज़ारी = displeasure]

रक़्स करती थी जिंदगी इक इशारे पे
रही ना कुव्वत अब उस इख्तियारि की
[रक़्स = dance, कुव्वत = power; इख्तियारि = control]

हाल-ए-जीस्त की बयानी क्या करूँ
वो  वलवले  नही रही गुफ्तारी की
[हाल-ए-जीस्त = tale of life; बयानी = recite, वलवले = enthusiasm, गुफ्तारी = to speak]

लब पे हँसी लिए फिरते हो 'मुज़्तरिब'
बहुत जी चुके ये ज़िंदगी मुख्तारी की
[मुख्तारी = proxy]
'मुज़्तरिब'

Saturday 17 July 2010

tardeed hee sahi

तज़वीज़ मेरी गर तुझे मंज़ूर नहीं
पशेमानी मेरी पर तरदीद ही  सही
[तज़वीज़ = proposal, पशेमानी = shame, तरदीद = refutation/rejection]

दिल मुद्दई  है और खुदा मुखालिफ,
तवक्को  क्या रखे अब क्या बाकी रही
[मुद्दई= enemy, मुखालिफ = enemy,तवक्को = expectation]

कह रहा हूं फिर से आज वो बात,
बात जो ना तुमने कभी मुझसे कही

दिल-ए-गरां ना बैठ दर-ए-संग-ए-दिल पे,
कमबख्त उठ, चल चलें और कहीं
[दिल-ए-गरां = Heavy heart; दर-ए-संग-ए-दिल = Door of a stone heart; कमबख्त = unfortunate]
 
बेकसी जिसका मुक्क़दर बन गई
मैं हूँ बदनसीब 'मुज़्तरिब' वही
[बेकसी = helplessness/distress; मुक्क़दर = destiny; बदनसीब = unfortunate]
'मुज़्तरिब'

Wednesday 30 June 2010

Bukhaaraat

दूर से सराब  पास  आ रही है
कहीं से दबी हुई आवाज़ आ रही है
[सराब = illusion; ]

साँसों में गर्मी बदन में तपिश
आतिश-ए-दिल ज़बर पर आ रही है
[तपिश = heat; आतिश-ए-दिल = ambers from heart; ज़बर = above]

चस्म-ए-शम्स बरसाए शरारे    
सोज़-ओ-दूद  मेरे बदन से आ रही है
[चस्म-ए-शम्स = eyes which seem like sun, शरारे = ambers; सोज़-ओ-दूद = heat & smoke]

खर्जरों में गूंजती  हैं आवाजें
आवाजें दिल-ए-बियाँबान से आ रही है
[खर्जरों  = desolate]

 जल रहा मुज़्तरिब, बिन चिता बिन आग 
हों रहा है राख और फुगाँ आ रही है
[फुगाँ = wail]
'मुज़्तरिब'