तज़वीज़ मेरी गर तुझे मंज़ूर नहीं
पशेमानी मेरी पर तरदीद ही सही
[तज़वीज़ = proposal, पशेमानी = shame, तरदीद = refutation/rejection]
दिल मुद्दई है और खुदा मुखालिफ,
तवक्को क्या रखे अब क्या बाकी रही
[मुद्दई= enemy, मुखालिफ = enemy,तवक्को = expectation]
कह रहा हूं फिर से आज वो बात,
बात जो ना तुमने कभी मुझसे कही
दिल-ए-गरां ना बैठ दर-ए-संग-ए-दिल पे,
कमबख्त उठ, चल चलें और कहीं
[दिल-ए-गरां = Heavy heart; दर-ए-संग-ए-दिल = Door of a stone heart; कमबख्त = unfortunate]
बेकसी जिसका मुक्क़दर बन गई
मैं हूँ बदनसीब 'मुज़्तरिब' वही
[बेकसी = helplessness/distress; मुक्क़दर = destiny; बदनसीब = unfortunate]
'मुज़्तरिब'
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