जाँ का मेरी जाना न हुआ,
अंजाम-ए-इश्क-ए-फ़साना न हुआ
[अंजाम-ए-इश्क-ए-फ़साना = end of love story]
यूँ तो फिरता हूं दर-ब-दर
पर तवाफ़-ए-कू-ए-जाना न हुआ
[तवाफ़-ए-कू-ए-जाना = circumbulation of beloved's lane ]
नम-ए-संग हुआ है चस्म मेरा
आज फिर तेरा आना न हुआ
[नम-ए-संग = moist stone; चस्म = eyes]
हुए हैं कई कैस-ओ- फरहाद जहाँ में
'मुज़्तरिब' सा कोई दीवाना न हुआ
[कैस-ओ- फरहाद = Kaise (name of majnu) & Farhad]
'मुज़्तरिब'
2 comments:
Bahut Achcha Sir ji!
thanks varun.
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