Pandit Vithal Rao- Chandani Raatein
Madam Noor Jahan - Chandani Raatein (Movie: Duppata)
एक टीस जिगर में उठती है एक दर्द सा दिल में होता है
हम रातों को उठ कर रोतें हैं जब सारा आलम सोता है
चांदनी रातें, सब जग सोये हम जागें, तारों से करें बातें
तकते तकते दिन फिर जाए आस पिया न आये रे
शाम सवेरे दर्द अनोखे उठे जिया घबराए रे
दिल की धड़कने तुझे पुकारें आजा बालम आई बहारें
बैठ के तन्हाई में कर ले सुख दुःख की दो बातें
पिछले रात में हम उठ उठ कर चुपके चुपके रोएं रे
सुख की नींद में मीत हमारें देश पराये सोये रे
रातों ने मेरी नींद लूट ली , दिल का चैन चुराए
दुखिया आँखें ढूंढ रही हैं वही प्यार की रातें
सब जग सोये हम जागे तारों से करे बातें
चांदनी रातें, सब जग सोये हम जागें, तारों से करें बातें
मुशीर काज़मी
ik tees jigar mein uthti hai ek dard sa dil mein hota hai
hum raaton ko uth kar rote hain jab saara aalam sota hai
हम रातों को उठ कर रोतें हैं जब सारा आलम सोता है
चांदनी रातें, सब जग सोये हम जागें, तारों से करें बातें
तकते तकते दिन फिर जाए आस पिया न आये रे
शाम सवेरे दर्द अनोखे उठे जिया घबराए रे
दिल की धड़कने तुझे पुकारें आजा बालम आई बहारें
बैठ के तन्हाई में कर ले सुख दुःख की दो बातें
पिछले रात में हम उठ उठ कर चुपके चुपके रोएं रे
सुख की नींद में मीत हमारें देश पराये सोये रे
रातों ने मेरी नींद लूट ली , दिल का चैन चुराए
दुखिया आँखें ढूंढ रही हैं वही प्यार की रातें
सब जग सोये हम जागे तारों से करे बातें
चांदनी रातें, सब जग सोये हम जागें, तारों से करें बातें
मुशीर काज़मी
ik tees jigar mein uthti hai ek dard sa dil mein hota hai
hum raaton ko uth kar rote hain jab saara aalam sota hai
Chandani
raatein, Sab jag soye hum jagein taroon se karein baatein
taktey taktey din phir jaaye aas piya na aay re
sham sawaray dard anookhay uthay jiya ghabraaye re
dil ke dharkanay tujhay pukarain aja balam aai baharein
beth kay tanhai mein kar lein dukh sukh ki do baatein
pichley raat mein hum uth uth kar chupke chupke roye re
sukh ki neend mein meet humaray desh paraye soye re
raatoon ne mere neend lootli dil ke cheen churaay
dukhiya ankhein dhoond rahi hain wohi pyar ki raatein
chandani raatein sab jag soo ay hum jagein taroon se karein baatein
Mushir Kazmi
No comments:
Post a Comment