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Wednesday 28 December 2011

ला-इलाज मर्ज़ है



ला-इलाज मर्ज़ है, क्यूँकर दवा करे
  बावक्त-ए-मर्ग है, हैफ अब दुआ करे !
[ ला-इलाज-ए-मर्ज़  = incurable illness, बावक्त-ए-मर्ग = near death, हैफ = alas ]

किस्मत-ए-रकीब पे रस्क होता है
काश के ऐसा मेरे साथ भी हुआ करे
[ किस्मत-ए-रकीब = fortune of enemy, रस्क = envy ]

आलम है रवानी, ये जमाल है फानी 
पाइंदगी-ए-हुस्न तुझ पे खुदा  करे  
[आलम = world, रवानी = flowing, जमाल = beauty, फानी = temporary, पाइंदगी-ए-हुस्न = permanence of beauty ]

गम-ओ-आरजू रख कर दहलीज़ पे 
सूद-ओ-ज़ियाँ तुम को अदा  करे 
गम-ओ-आरजू = pain and desire, दहलीज़ = threshold, सूद-ओ-ज़ियाँ = interest and principle ]

मुफलिस  मुज़्तरिब क्या देगा तुमको 
अल्लाह  खुश रखे, बंदा यही सदा करे
[ मुफलिस = poor, सदा = call/pray ]

'मुज़्तरिब' 

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