आके सज्जादानशीं कैस हुआ मेरे बाद,
न रही दश्त में खाली कोई जा मेरे बाद
[सज्जादानशीं = saint/dervish ,कैस = Real neame of majnoo, दश्त = wilderness/desert/ ]
चाक करना है इसी गम से गिरेबान-ए-कफ़न
कौन खोलेगा तेरे बंद-ए-क़बा मेरे बाद
[चाक = torn, गिरेबान = collar, कफ़न = shroud, बंद-ए-क़बा = Closed Gown]
वो हवा खा है चमन के, चमन में हर सुभ
पहले मैं जाता था और बाद-ए-सबा मेरे बाद
[सुभ = Morning, बाद = wind , सबा = wind/Breeze]
तेज़ रखना सरे हर खार को अए दश्त-ए-जुनूं
शायद आ जाए कोई आबला पा मेरे बाद
[खार = thorn, दश्त-ए-जुनूं = extreme desert, आबला पा = blistered feet]
[खार = thorn, दश्त-ए-जुनूं = extreme desert, आबला पा = blistered feet]
मुह पे रख दामन-ए-गुल रोयेंगे मुर्गान-ए-चमन
हर रविश ख़ाक उडाएगी सबा मेरे बाद
[दामन = Skirt, गुल = flower, मुर्गान = birds, रविश = behaviour , सबा = wind]
बाद मरने के मेरे कब्र पे आया वो 'मीर'
याद आयी मेरे ईसा को दवा मेरे बाद
Meer Taqi 'Meer'
Adding my Maqta to this ghazal
हयात-ए-क़फ़स में बा-मर्ग है 'प्रशांत'
यहाँ आएगा न कोई मुझ जैसा मेरे बाद
[हयात-ए-क़फ़स = Prison of Life; बा-मर्ग = towards death]
Meer Taqi 'Meer'
Adding my Maqta to this ghazal
हयात-ए-क़फ़स में बा-मर्ग है 'प्रशांत'
यहाँ आएगा न कोई मुझ जैसा मेरे बाद
[हयात-ए-क़फ़स = Prison of Life; बा-मर्ग = towards death]